वंचित लोगों में विश्वास बहाली का अभिनव प्रयास

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने  न केवल  शन्ति व सुरक्षा बल्कि देश के नागरिकों  में विकास का संदेश देने तथा विश्वास बहाली का भाव जगाने  का प्रमुख स्तम्भ है I मुख्यतः जहाँ प्रशासनिक मशीनरी  अनुपस्थित रहती है वहां के.रि.पु.बल चिकित्सा , शिक्षा ,नागरिक सहायता कार्यक्रम (CIVIC ACTION PROGRAMME) प्रशिक्षण आदि माध्यमों से आम जनता का मददगार साबित हो रहा है Iइसी क्रम में वस्त्रदान  अभियान एक अभिनव अभियान है जो विकास से वंचित लोगों को जोड़ने का एक प्रयास है I रोटी, कपडा व मकान ये मानव की मूलभूत आवश्यकताएं होती हैं I वस्त्र व्यक्ति के “गरिमामय जीवन के अधिकार” का एक प्रमुख अंग है I किन्तु घोर नक्सल क्षेत्र मुख्यतः छत्तीसगढ़ के लोग आज भी इस गरिमामय अधिकार से दूर हैं I

21 अप्रैल 2022 को 81 वाहिनी के.रि.पु.बल को तेलंगाना के गांव  पुसुगुप्पा में तैनात किया गया Iयह इलाका छतीसगढ़ के नक्सल के कोर क्षेत्र पामेड व पुजारीकांकेर का सीमावर्ती है I छत्तीसगढ़ के गाँव रामपुर , भीमाराम मल्लमपेटा,पुजारीकान्केर. कोटापल्ली इत्यादि गाँवों के पुरुष , महिला व बच्चे प्रतिदिन कैंप के सामने से गुजरते हैं I उनके पैरों  में न तो चप्पल होती है और न ही बच्चों के पास पर्याप्त कपडे होते हैं I इनकी दशा देखकर लगता है कि ये विकसित व आधुनिक भारत से कुछ पीछे हैं I  इनसे संवाद से पता चलता है कि इन गावों के लोग गरीबी व आर्थिक पिछड़ापन के कारण वस्त्र खरीदने की पर्याप्त क्षमता नहींरखते I

इनको मुख्यधारा से जोड़ने हेतु वस्त्रदान अभियान एक प्रमुख भूमिका निभा सकता है I इस अभियान में निम्न महत्वपूर्ण बिंदु हो सकते हैं –

i) वाहिनी के नागरिक सहायता कार्यक्रमों (CIVIC ACTION PROGRAMME ) में साड़ी, लुंगी ,टी – शर्ट, बच्चों के वस्त्र तथा चप्पल का वितरण I

ii) ये वस्त्रदान समारोह आयोजित करके नहीं अपितु यहाँ से गुजरने वाले हर जरुरतमंद को किया जाय I

iii) बल के कार्मिकों को प्रोत्साहित करना कि वे भी जरूरतमंदों को वस्त्रदान करें I

बल के कार्मिकों   ने पूर्व में भी कोरोंना महामारी के समय स्वयं अंशदान करके जरूरतमंद लोगों की सहायता की थी तथा ऐसे महान कार्यों में हमारे कार्मिक हमेशा आगे  रहते हैं I

लाभ :-

i) गरिमामय जीवन की प्राप्ति के बाद लोग स्वयं नक्सलवाद से दूर होंगे I

ii) वंचित जनता विकास की मुख्यधारा से जुड़ेगी I

iii) आज पैदा हो रही तथा विकास कर रही  नई पीढ़ी में विश्वास बहाली होगी तथा वे स्वयं के और विकास का प्रयास करेंगे I

iv) मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति होने के बाद लोग अन्य आवश्यकताओं जैसे शिक्षा , सुविधाजनक परिवहन तथा आवास जैसी सुविधाओं के लिए प्रोत्साहित होंगे I

v) मुझे व बल के अन्य कार्मिकों को आत्मिक संतुष्टि प्राप्त होगी I

vi) के रि पु बल व पुलिस के प्रति सकारात्मक सोच विकसित होगी I

वर्तमान में 81 वाहिनी कमान्डेंट श्री संजीव कुमार के कुशल मार्गदर्शन में लगातार इस अभियान को चला रही है तथा इससे आम जनता में पुलिस व के.रि.पु.बल के प्रति भय समाप्त हुवा है | जब 21 अप्रैल 2022 को पुसुगुप्पा गांव में 81 वी.वाहिनी ने कैंप लगाया था तो लगभग पूरा गांव इस कैंप के खिलाफ था | किन्तु वाहिनी के वस्त्रदान व अन्य नागरिक सहायता कार्यक्रमों के प्रभाव से आज ग्रामीण के.रि.पु.बल व पुलिस का सहयोग कर रहे है

कुल मिलकर वस्त्रदान अभियान एक छोटा किन्तु महत्वपूर्ण अभियान है जो न केवल  नक्सल प्रभावित्त क्षेत्र के नागरिकों को गरिमामय जीवन प्रदान करेगा अपितु उनको विकास की मुख्यधारा  से  भी जोड़ने में मदद करेगा I

प्रशांत कुमार राय

Assistant Commandant

81 Battalion, Central Reserve Police Force

Prashant Rai work closely for the empowerment of people of rural area and aim to bring visible changes in the life of the people

P.S- The article is first published in CRPF Samachar

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